सहयोगी मित्र मंडल एक स्वैच्छिक, अलाभकारी स्वयंसेवी संगठन हैं जो छत्तीसगढ़ में स्वैच्छिक प्रयासों के लिए कार्यरत हैं। सहयोगी मित्र मंडल का गठन जिला दुर्ग के ग्राम थनौद में 12 सितंबर 1990 को प्रेरणास्त्रोत श्री बी. एल. परगनिहा के मार्गदर्शन में समुदाय आधारित संगठन (सी.बी.ओ.)के रूप में हुआ था । संस्था अपने स्थापना से ही क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य, समाज कल्याण एवं ग्रामीण विकास के क्षेत्र में भागीदारी एवं श्रमदान के महत्ता को रेखांकित करते हुए सहयोग प्रदान कर रहा हैं। संस्था सोसाईटी रजिस्ट्रीकरण अधिनियम के तहत 14 मई 1996 को पंजीकृत हुई हैं । संस्था विदेशी अनुदान अधिनियम के तहत 3 अगस्त 2005 को एवं आयकर अधिनियम 12 ।के तहत दिनांक 14 मार्च 2005 को पंजीकृत हुई हैं। तथा अधिनियम की धारा 80 ळ के तहत छूट का प्रावधान हैं। संस्था भारत सरकार के एन.जी.ओ. पार्टनरशीप सिस्टम में नीति आयोग से 22 जून 2010 से यूनिक आई डी धारक है।तथा आधुनिक गुणवता प्रबंधन प्रणाली के अन्तर्गत संस्था 31 अगस्त 2016 से प्ैव् 9001रू2015 प्रमाण पत्र धारक है। संस्था नेहरू युवा केन्द्र संगठन नई दिल्ली द्वारा संचालित युवा भारत को ऑपरेटिव सोसायटी का शेयर धारक हैं ।
संस्था वर्तमान में अपने कार्यक्षेत्र छत्तीसगढ में पंजीकृत कार्यालय ग्राम व पोस्ट थनौद वि.ख. व जिला दुर्ग, प्रशासनिक कार्यालय गंजपारा दुर्ग तथा क्षेत्रीय कार्यालय ग्राम व पोस्ट डौंडी वि. ख. डौंडी जिला- बालोद , ग्राम व पोस्ट आतरगांव वि. ख.अंबागढ चौकी जिला- राजनांदगांव, ग्राम व पोस्ट बोडला वि. ख. बोडला जिला- कबीरधाम , ग्राम व पोस्ट चारामा वि. ख. चारामा जिला- कांकेर (छ.ग.) से विविध कार्यक्रम संचालित कर रही हैं ।
संस्था का विभागीय जुडाव एवं मान्यता नेहरू युवा केन्द्र, पंचायत एवं समाज सेवा, खेल एवं युवक कल्याण, क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय, गीत एवं नाटक प्रभाग शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ रहा है। संस्था का राष्ट्रीय स्तर की संस्थाएं समर्थन, प्रिया, वाणी, समाज प्रगति सहयोग,क्लीयर , कार्ट, नेशनल दलित फोरम, जी -मिडीया के साथ नेटवर्क है।
संस्था का विजन -समता मूलक शोषण रहित समुदाय की स्थापना करना जिसमें सूचना सब तक पहुंचे एवं विकास की प्रकिया में सब की अपनी भागीदारी हो। संस्था का मिशन -विकास की प्रक्रिया में योगदान देकर उन स्वेच्छिक प्रयासों को सफल बनाने हेतु कार्य करना जो समाज के लिए उपेक्षितों के हित में कार्य करतें है। संस्था का मुख्य उद्देश्य -विकास की प्रक्रिया में लोगो की सहभागीता बढाना है। साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य, सूचना के क्षेत्र में कार्य करना, समाज सेवा एवं समाज सुधार के क्षेत्र में कार्य करना , सांस्कृतिक, खेल एवं युवक कल्याण के क्षेत्र में कार्य करना, राष्ट्र निर्माण की दिशा में युवकों को सक्रिय योगदान हेतु प्रेरित करना, ग्रामीण विकास में शिक्षण, प्रशिक्षण तथा योजनाओं के क्रियान्वयन में भागीदारी, कृषि, स्वरोजगार, पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण के क्षेत्र में कार्य, जल, जमीन, जंगल एवं प्राकृतिक संसाधनों के बेहतर प्रबंधन हेतु कार्य करना।
उल्लेखनीय हैं कि राष्ट्रीय विकास एवं सामाजिक सेवा के क्षेत्र में स्वेच्छा से किये गये उत्कृष्ठ कार्यों के लिए संस्था को नेहरु युवा केन्द्र दुर्ग द्वारा वर्ष 1996-97 में पुरस्कृत किया गया हैं। श्री महेन्द्र कुमार सिन्हा के कुशल नेतृत्व में संस्था ने सेवा के नये कार्यों के लिए कई पुरस्कार व सम्मान प्राप्त कर सेवा का पर्याय बनें हैं।संस्था प्राकृतिक आपदाओं एवं मानवीय संवेदनाओं से ओत-प्रोत विषम परिस्थितियों में तत्परता से कार्य किया है। जिसमें शिवनाथ नदी दुर्ग में आई भीषण बाढ़, हसदेव नदी में चांपा ट्रेन दुर्घटना, उडीसा में महाचक्रवात, लातुर एवं भुज में भुकम्प,में बचाव एवं राहत कार्य तथा दुर्ग में लाईफ लाईन एक्सप्रेस विशाल विकलांग शल्य चिकित्सा शिविर में सेवा कार्य एवं रक्तदान किया हैं । संस्था से संबद्ध युवाओं को स्वैच्छिक निःस्वार्थ भागीदारी हेतु जिला प्रशासन द्वारा युवा पुरस्कार से नवाजा गया हैं । जिसमें संस्था के संस्थापक श्री महेन्द्र कुमार सिन्हा, श्री टिकेश्वरी लाल देशमुख, श्री नेतराम देशमुख, डॉ. प्रमोद यादव, सुश्री पूनम वैष्णव, श्री हेमन्त उमरे, श्री मनीष चन्द्राकर एवं श्रीमती अन्नपूर्णा सिन्हा सम्मिलित हैं ।
संस्था के सम्पन्न परियोजना में वि.ख. व जिला दुर्ग (छ.ग.) में स्वास्थ्य मितानीन कार्यक्रम, सुदूर आदिवासी विकासखंड अंबागढ़ चौक जिला -राजनांदगाव में प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम -प्प् दुर्ग एवं चांपा शहर में एच.आई. वी./एड्स से संबंधित परियोजना लक्ष्यगत हस्तक्षेत्र कार्यक्रम, जिला -दुर्ग में जिला विस्तृत कृषि योजना , जिला दुर्ग में जेंडर एवं बजट आडिट तथा पंचायत प्रतिनिधियों का प्रशिक्षण, स्वरोजगार मार्गदर्शन एवं व्यवसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम, सूचना के अधिकार का प्रशिक्षण कार्यक्रम , दुर्ग जिले में बाल श्रमिक शालाओं का संचालन, महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम, राष्ट्रीय पर्यावरण जागरूकता अभियान पर कार्यक्रम, विविध शासकीय योजनाओं का कला जत्था के माध्यम से प्रचार प्रसार, जलग्रहण प्रबंधन लोकार्पण कार्यक्रम , आदिवासी विकास परियोजना डौंडीलोहारा के अर्न्तगत व्यवसायिक प्रशिक्षण - मोमबत्ती , बड़ी, पापड, अचार, जैम, जैली, सिलाई प्रशिक्षण,पोषण आहार से संबंधित रेडी टू ईट प्रशिक्षण शामिल हैं ।
वर्तमान संस्थागत गतिविधियों में दुर्ग में नशा मुक्ति जागरूकता व परामर्श कार्यक्रम, ग्राम -पाऊवारा, ढ़ाबा, दुर्ग, बोरतालाव, गुण्डरदेही, व कांदुल में वृध्दजनो के देखभाल हेतु बहुसेवा केन्द्र संचालन, ग्राम थनौद में वृध्दाश्रम, युवाओं के प्रेरणा व मार्गदर्शन हेतु नेहरू युवा केन्द्र सहायित ग्रामीण सूचना प्रौद्योगिकी युवा विकास केन्द्र एवं वि.ख. व जिला दुर्ग व 72 ग्राम पंचायत में संचालन, विद्यार्थियों के मार्गदर्शन एवं सहयोग केन्द्र स्वामी विवेकानन्द पुस्तकालय का संचालन, जन शिक्षा के क्षेत्र में सक्रिय भागीदारी हेतु निर्धन एवं साधनहीन विद्यार्थियों के लिए स्व. श्रीमती ओम बाई सिन्हा की स्मृति में ओम पब्लिक स्कूल का संचालन दुर्ग, पाऊवारा , एवं कान्दुल तथा चैनगंज गुण्डरदेही मे होली एन्जील इग्लिश मिडीयम स्कूल का संचालन, स्वैच्छिक जगत से जुडे युवाओं, कार्यकर्ताओं ,विद्यार्थियों ,संस्थाओं , पंचायतों का मार्गदर्शन, प्रशिक्षण एवं क्षेत्र अध्ययन कार्यक्रम (एजेंसी प्लेसमेंट ) सृष्टि कंसलटेन्सी के माध्यम से विविध प्रशिक्षण एवं उन्मुखीकरण कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा हैं जिसमें आई.जी.पी. के तहत स्वंयसेवक प्रशिक्षण आजीविका प्रशिक्षण, दस्तावेजीकरण प्रशिक्षण , ग्रामीण सहभागी आकलन (पी.आर.ए.) शिक्षक प्रशिक्षण, स्वसहायता समूह प्रशिक्षण, मिलेनियम डेवलपमेंट गोल(एम.डी जी. प्रशिक्षण )स्वैच्छिक संस्था परामर्श कार्यक्रम तथा उन्मुखीकरण कार्यक्रम में घरेलु हिंसा ,शिक्षा के अधिकार, सूचना के अधिकार, सामाजिक अकेक्षण (मनरेगा), जल एवं स्वच्छता, पंचायतीराज, युवा विकास , आपदा प्रबंधन तथा प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन सम्मिलित हैं।
नवीन एवं नवाचार के कार्यो में संस्था कौशल विकास कार्यक्रम के माध्यम से युवाओ को आजीविका से जोडने हेतु प्रयासरत हैं । वि. ख. व जिला दुर्ग में ग्राम- थनौद, ग्राम व पोस्ट डौंडी वि. ख. डौंडी जिला- बालोद , ग्राम व पोस्ट आतरगांव वि. ख.अंबागढ चौकी जिला- राजनांदगांव, ग्राम व पोस्ट बोडला वि. ख. बोडला जिला- कबीरधाम , ग्राम व पोस्ट चारामा वि. ख. चारामा जिला- कांकेर (छ.ग.) में सामुदायिक रेडियों स्टेशन सहयोगी रेडियों के माध्यम से विकास में समुदाय की सीधी भागीदारी बढ़ाने की दिशा में प्रयासरत हैं। तथा संस्था जी मिडीया कार्पोरेशन लिमिटेड के प्लेटफार्म सारथी के साथ चेंजमेकर के रूप में अंचल में लोगों को संवेदनशील बनाने , उनकों उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करने और उन्हे सम्मान के साथ जीवन जीने के सक्षम बनाने की दिशा में कार्यरत है।
सामुदायिक उत्प्रेरणा, जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम सहयोगी मित्र मंडल का विशेषज्ञता क्षेत्र हैं समाज के निर्धनतम एवं पहुचविहीन लोगों की आवश्यकता अनुसार उनके सामाजिक आर्थिक स्थिति में संस्था का विशेष लक्ष्य हैं । संगठित श्रम शक्ति एवं संकल्पित व प्रशिक्षित स्वयं सेवक ही संस्था की प्रमुख ताकत हैं ।
Rare opportunity to be a part of great programme of Sahyogi Mitra Mandal. Today the initiative is certainly a good programme to advance women's empowerment in chhattisgarh. Society is running a school to provide education.
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